माँ शारदे, वर दे भवानी! तु कमलवासिनी, हंसवाहिनी तु ही विद्यादायिनी, वीणावादिनी छी भेल हम माँ निपट अज्ञानी ज्ञानक इजोत दे पुत्र जानि हम पूजी तोरा तोरे हम मानी दे सुधि-बुधि अम्बे भवानी छी करैत विनती जोडि पाणी छए जगत जननी तु ही ब्रह्माणी कर दया माँ रहल 'त्योंथ' कानि माँ शारदे, वर दे भवानी!